Auspicious Kalash Sthapana Mahurat and Vidhi (21Sep,17 to 29Sep,17)
स्थापना का शुभ मुहुर्त (Auspicious Time-6:03AM-8:05AM IST)
गुरुवार सुबह 6:03 मिनट से 8:05 मिनट तक का समय कलश स्थापना के लिए अति शुभ है। यदि इतनी जल्दी स्थापना नहीं कर सकते हैं तो सुबह 10:23 मिनट से लेकर 12:41 मिनट के बीच का समय भी कलश स्थापना के लिए शुभ है।
माता की चौकी सजाएं
घर के ईशानकोण यानी उत्तर—पूर्व दिशा में माता की चौकी सजाएं। इसके लिए सबसे पहले पीले चावलों से चौक सजाएं, उसके उपर चौकी रखें। यदि उत्तर पूर्व में न हो सके तो उत्तर दिशा या फिर पूर्व दिशा में चौकी ऐसे रखें कि पूजन के वक्त आपका मुंह पूर्व या उत्तर की ओर हो। चौकी पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएं। उस पर पीले चावल से छोटा स्वास्तिक बनाकर कलावे से लिपटी सुपारी गणपति के प्रतिमा के तौर पर रखें व माता की तस्वीर या मूर्ति रखें।
कलश स्थापित करने की विधि
सबसे पहले शुद्ध साफ मिट्टी या तांबे का कलश लें। कलश में पानी भरें व थोड़ा गंगा जल डालें। फिर उसमें साबुत हल्दी की गांठ, अक्षत यानी चावल, बताशा, सुपारी और दूब घास डालें। कलश के गले वाले स्थान पर कलावा बांधें। अब पूजा की चौकी के उत्तर पूर्व हिस्से में थोड़ी मिट्टी डालें। उसके उपर कलश रखें। मिट्टी में चाहें तो जौ बो सकते हैं? कलश पर आम या अशोक के पांच पत्ते रखकर उसे ढंक दें। ढक्कन में अनाज रखकर, उपर सूखा नारियल रखें। कलश पर स्वास्तिक बनाएं। फिर देवी देवताओं का आवाहन करके संकल्प लें और धूप, दीप, रोली, अक्षत, पुष्प और नैवेद्य आदि समर्पित करके पूजा प्रारंभ करें। संभव हो तो दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा पढें।