Like us on Facebook

Thursday, August 24, 2017

गणेश जी के 108 नाम

The Shree Siddhivinayak Ganapati Mandir is a Hindu temple dedicated to Lord Shri Ganesh. It is located in Prabhadevi, Mumbai, Maharashtra.

आधुनिक समय में अधिकतर सभी व्यक्ति किसी ना किसी परेशानी से त्रस्त रह रहे हैं. इस परेशानी को बहुत हद तक कम किया जा सकता है यदि सुबह के समय गणेश जी के 108 नाम लिए जाएँ. गणेश जी को वैसे भी विघ्नहर्त्ता कहा गया है. गणेश जी के 108 नाम और उनके अर्थ निम्नलिखित हैं :-

1)  बालगणपति (Baalganapati) -  सबसे प्रिय बालक
2)  भालचन्द्र (Bhalchandra) -  मस्तक पर चंद्रमा
3)  बुद्धिनाथ (Buddhinath) - बुद्धि के भगवान
4)  धूम्रवर्ण (Dhumravarna) - धुंए को उड़ाने वाला
5)  एकाक्षर (Ekakshar) - एकल अक्षर
6)  एकदन्त (Ekdant) -  एक दांत वाले
7)  गजकर्ण (Gajkarn) - हाथी की आंखें
8)  गजानन (Gajaanan) - हाथी मुँख वाले
9)  गजनान (Gajnaan) -  हाथी के मुख वाले
10)  गजवक्र (Gajvakra) - हाथी जैसा मुंह
11)  गजवक्त्र (Gajvaktra) -
12)  गणाध्यक्ष (Ganaadhyaksha) - गणों का मालिक
13)  गणपति (Ganapati) -  गणों का मालिक
14)  गौरीसुत (Gaurisut) - माता गौरी का बेटा
15)  लम्बकर्ण (Lambakarn) - बड़े कान वाले देव
16)  लम्बोदर (Lambodar) - बड़े पेट वाले
17)  महाबल ( Mahaabal) - अत्यधिक बलशाली
18)  महागणपति (Mahaaganapati) - देवातिदेव
19)  महेश्वर (Maheshwar)  - ब्रह्मांड के भगवान
20)  मंगलमूर्त्ति  (Mangalmurti) -  शुभ कार्य के देव
21)  मूषकवाहन (Mushakvaahan -  जिसका सारथी मूषक
22)  निधिश्वरम (Nidishwaram) -  धन और निधि के दाता
23)  प्रथमेश्वर  (Prathameshwar) -  सब के बीच प्रथम
24)  शूपकर्ण (Shoopkarna) -  बड़े कान वाले देव
25)  शुभम (Shubham) -  शुभ कार्यों के प्रभु
26)  सिद्धिदाता (Siddhidata) -  इच्छाओं के स्वामी
27)  सिद्दिविनायक (Siddhivinaayak) -  सफलता के स्वामी
28)  सुरेश्वरम (Sureshvaram) -  देवों के देव
29)  वक्रतुण्ड (Vakratund) -  घुमावदार सूंड
30)  अखूरथ (Akhurath) -  जिसका सारथी मूषक है
31)  अलम्पत (Alampat) -  अनन्त देव
32)   अमित ( Amit) - अतुलनीय प्रभु
33)  अनन्तचिदरुपम ( Anantchidrupam) -  अनंत चेतना
34)  अवनीश  (Avanish) -  पूरे विश्व के प्रभु
35)  अविघ्न (Avighn) - बाधाओं को हरने वाले
36)  भीम (Bheem) -  विशाल
37)  भूपति ( Bhupati) -  धरती के मालिक
38)  भुवनपति (Bhuvanpati) -  देवों के देव
39)  बुद्धिप्रिय ( Buddhipriya) - ज्ञान के दाता
40)  बुद्धिविधाता (Buddhividhata) -  बुद्धि के मालिक
41)  चतुर्भुज (Chaturbhuj) -  चार भुजाओं वाले
42)  देवदेव (Devdev) -  सभी भगवान में सर्वोपरी
43)  देवांतकनाशकारी (Devantaknaashkari) -  बुराइयों और असुरों के विनाशक
44)  देवव्रत (Devavrat) -  तपस्या स्वीकार करने वाले
45)  देवेन्द्राशिक (Devendrashik) -  सभी देवताओं के रक्षक
46)  धार्मिक (Dharmik) -  दान देने वाला
47)  दूर्जा (Doorja) -  अपराजित देव
48)  द्वैमातुर (Dwemaatur) -  दो माताओं वाले
49)  एकदंष्ट्र  (Ekdanshtra) -  एक दांत वाले
50)  ईशानपुत्र (Ishaanputra) - शिव के बेटे
51)  गदाधर (Gadaadhar) -  जिसका हथियार गदा
52)  गणाध्यक्षिण  (Ganaadhyakshina) - पिंडों के नेता
53)  गुणिन  (Gunin) -  सभी गुणों क ज्ञानी
54)  हरिद्र ( Haridra) -  स्वर्ण के रंग वाला
55)  हेरम्ब (Heramb) -  मां का प्रिय पुत्र
56)  कपिल (Kapil) -  पीले भूरे रंग वाला
57)  कवीश (Kaveesh ) -  कवियों के स्वामी
58)  कीर्त्ति (Kirti) -  यश के स्वामी
59)  कृपाकर ( Kripakar) - कृपा करने वाले
60)  कृष्णपिंगाश (Krishnapingash) -  पीली भूरी आंखवाले
61)  क्षेमंकरी (Kshemankari) -  माफी प्रदान करने वाला
62)  क्षिप्रा (Kshipra) -  आराधना के योग्य
63)  मनोमय  (Manomaya) - दिल जीतने वाले
64)  मृत्युंजय (Mrityunjay) - मौत को हरने वाले
65)  मूढ़ाकरम (Mudhakaram) -  जिन्में खुशी का वास
66)  मुक्तिदायी ( Muktidaayi ) - शाश्वत आनंद के दाता
67)  नादप्रतिष्ठित  (Naadpratishthit) -  जिसे संगीत से प्यार हो
68)  नमस्तेSत  (Namastetu) -  सभी बुराइयों और पापों पर विजय प्राप्त करने वाले
69)  नन्दन (Nandan) -  भगवान शिव का बेटा
70)  पाषिण  (Pashin) -
71)  पीताम्बर (Pitaamber) -  पीले वस्त्र धारक
72)  प्रमोद  (Pramod) - आनंद
73)  पुरुष  (Purush) - अद्भुत व्यक्तित्व
74)  रक्त  (Rakta) -  लाल रंग के शरीर वाला
75)  रुद्रप्रिय  (Rudrapriya) -  शिव के चहेते
76)  सर्वदेवात्मन (Sarvadevatmana) -  सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकार्ता
77)  सर्वसिद्धांत (Sarvasiddhanta) -  कौशल और बुद्धि के दाता
78)  सर्वात्मन (Sarvaatmana) - ब्रह्मांड के रक्षक
79)  शांभवि (Shambhavi) -
80)  शशिवर्णम (Shashivarnam) -  रंग चंद्रमा को भाता हो
81)  शुभगुणकानन (Shubhagunakaanan) -  सभी गुण के गुरु
82)  श्वेता (Shweta ) -  जो सफेद रंग में शुद्ध है
83)  सिद्धिप्रिय (Siddhipriya ) -  इच्छापूर्ति वाले
84)  स्कन्दपूर्वज  (Skandapurvaj) - कार्तिकेय के भाई
85)  सुमुख  (Sumukha)-  शुभ मुख वाले
86)  स्वरुप  (Swarup) - सौंदर्य के प्रेमी
87)  तरुण  (Tarun ) - जिसकी कोई आयु न हो
88)  उद्दण्ड  (Uddanda) -  शरारती
89)  उमापुत्र  (Umaputra) - पार्वत के बेटे
90)  वरगणपति  (Varganapati) - अवसरों के स्वामी
91)  वरप्रद  (Varprada) - इच्छाओं के अनुदाता
92)  वरदविनायक  (Varadvinaayak) -  सफलता के स्वामी
93)  वीरगणपति  (Veerganapati) - वीर प्रभु
94)  विद्यावारिधि  (Vidyavaaridhi) - बुद्धि की देव
95)  विघ्नहर  (Vighnahar) - बाधाओं को दूर करने वाले
96)  विघ्नहर्त्ता  (Vighnahartta) - बुद्धि की देव
97)  विघ्नविनाशन  (Vighnavinashan) - बाधाओं के नाशक
98)  विघ्नराज  (Vighnaraaj) - सभी बाधाओं के मालिक
99)  विघ्नराजेन्द्र  (Vighnaraajendra) - बाधाओं के भगवान
100)  विघ्नविनाशाय  (Vighnavinashay) - बाधाओं के नाशक
101)  विघ्नेश्वर (Vighneshwar) - बाधाओं के हरने वाले
102)  विकट  (Vikat) - अत्यंत विशाल
103)  विनायक  (Vinayak) - सब का भगवान
104)  विश्वमुख  (Vshvamukh) - ब्रह्मांड के गुरु
105)  यज्ञकाय  (Yagyakaay) - सभी पवित्र और बलि को स्वीकार करने वाला
106)  यशस्कर  (Yashaskar) - प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी
107)  यशस्विन  (Yashaswin) - सबसे लोकप्रिय देव
108)  योगाधिप (Yogadhip) - ध्यान के प्रभु

वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा ।।

No comments:

Post a Comment

Thanks for messaging us. We try to be as responsive as possible. We will get back to you soon.

महाकाली महाविजय यन्त्र / कवच धारण से लाभ

१.  महाकाली की कृपा से व्यक्ति की सार्वभौम उन्नति होती है | स्थायी सम्पत्ति में विशेष वृद्धि होती है और     स्थावर सम्पत्ति विषयक...